आज हम बात करेंगे हवा में उड़ने की शक्ति कैसे प्राप्त करें हवा में उड़ने की शक्ति प्राप्त करने के लिए योगी को धारणा ध्यान समाधि में व्यक्ति जब निपुण हो जाता है तो उसे संयम प्राप्त होता है और संयम के द्वारा वह किसी भी शक्ति को प्राप्त हासिल कर सकता है आज आप जानेंगे कि संयम से कैसे उड़ने की शक्ति सिद्धि व्यक्ति प्राप्त कर सकता है हमने पिछले चैप्टर में यम नियम आसन प्राणायाम प्रत्याहार धारणा ध्यान समाधि आपको हमने सीखा दिया था और उसके ऊपर संयम करना भी अब आप अपने शरीर को हवा में उड़ने की शक्ति प्राप्त करना संयम के द्वारा सीखेंगे चलिए शुरू करते हैं


हवा में उड़ने की शक्ति कैसे प्राप्त करे, उड़ने की शक्ति,हवा में कैसे उड़े,हवा में उड़ने की सिद्धि कैसे प्राप्त करे,उड़ने की सिद्धि,

हवा में उड़ने की शक्ति प्राप्त करना - gain the power to fly in the air



धारणा लगाए : 

हवा में उड़ने के लिए आपको अपने शरीर को हवा की भांति शुष्म करना होता है इसलिए आप अपने चित्त मन को आकाश और और रुई जैसी बिल्कुल हल्के वस्तु पर अपने चित्त मन को लगाए .ऐसा करने पर आपका धारणा सिद्ध होगा अब आप ।


ध्यान लगाए :



अब आप आकाश और रुई के संबंध में अपने चित्त मन बुद्धि को आकाश रुई वस्तु पर चित्त को लगातार बनाए रखें यह प्रक्रिया घंटो तक आपको लगातार अपने चित्त को इस वस्तु पर बनाए रखना है इसके अलावा अन्य किसी भी वस्तु के बारे में आपको सोचना विचारना नहीं है केवल आपको चित्त में आकाश और हुई जैसे हल्की चीज पर आपका चित्त टीका होना चाहिए और उसी के बारे में आपका चित्त सोच विचार करें इसके अलावा अन्य किसी भी वस्तु कल्पनाओं में अपने चित्त को नहीं भटकना है केवल लगातार इस वस्तु पर ध्यान बनाए रखना है

समाधि लगाना : 


लगातार अपने चित्त मन बुद्धि को आकाश और रुई के संबंध में मन चित्त को स्थिर रखने पर एक ऐसी स्थिति आएगी जब आप समाधि की अवस्था में चले जाएंगे आपके साथ एक कंपन के साथ झटके लगते हुए समाधि की अवस्था में चले जाएंगे आपको समाधि में जाने के बाद घंटे दिनों हफ्ते समाधि में लग जाएंगे इस स्थिति को समाधि की स्थिति कहा जाता है

संयम की प्राप्ति :


जब आप समाधि की अवस्था में हो जाते हैं और आपका चित्त एक वस्तु पर टिका रहता है और आप उस वस्तु में खो जाते हैं खुद को भूल जाते हैं जिससे आपको संयम की प्राप्ति होती है संयम का अर्थ होता है जब व्यक्ति धारणा ध्यान समाधि में निपुण हो जाता है अपने संपूर्ण शरीर पर अधिकार कर लेता है उसको कंट्रोल कर लेता है तब उसे संयम प्राप्त होता है और संयम के द्वारा वह किसी भी वस्तु स्थान पर अपने चित्त मन को इच्छा अनुसार लगा सकता है उसमें समाधि स्थापित कर सकता है समाधि लगाने के बाद व्यक्ति जिस वस्तु को चाहता है उस वस्तु पर धारणा ध्यान समाधि करने पर उसे वस्तु का उसे प्राप्त हो जाता है और आकाश और रुई के संबंध में चित्त को लगाने पर व्यक्ति को हवा में उड़ने की शक्ति प्राप्त हो जाती है


जब आप समाधि से उठेंगे तब आपको हवा में उड़ने की शक्ति प्राप्त हो चुकी होगी आज आपने सीखा कि कैसे हवा में उड़ने की शक्ति प्राप्त किया जाता है

Reed more

निस्कर्ष


हवा में उड़ने की शक्ति प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को अष्टांग योग की संपूर्ण जानकारी होनी आवश्यक है और उसे अपने जीवन में अष्टांग योग को करना है और यम नियम आसन प्राणायाम प्रत्याहार धारणा ध्यान समाधि को सिद्ध करने के बाद ही इन शक्तियों को प्राप्त किया जा सकता है जब आपको धारणा ध्यान समाधि करना आ जाएगा और आप इसमें निपुण हो जाएंगे तभी आपको संयम प्राप्त होगा और संयम के द्वारा आप किसी भी सिद्धियों  शक्तियों को आप संयम के द्वारा आसानी से प्राप्त कर सकते हैं