गोरख शाबर मंत्र इच्छा पूर्ति या इच्छा सिद्धि के लिए विशेष मंत्रों और तंत्रों का उपयोग किया जाता है। यह मंत्र गोरखनाथ जी के शिष्यों द्वारा प्रचलित किए जाते हैं और इसका मुख्य उद्देश्य व्यक्तिगत इच्छाओं को पूरा करना है। इसके अंतर्गत विभिन्न मंत्र और पूजा के विशेष विधियां होती हैं जो व्यक्ति की इच्छाओं को पूरा करने में मदद करती हैं।
लोगो के कई तरह के इच्छाएं होते जो कई कारणों से पूरा नहीं हो पाते है जिसके कारण वे उदास परेशान हो जाते है अगर बात करे गोरख शाबर मंत्र की तो मनुष्य के हर एक समस्या इच्छाओं कामनाओ को पूरा करने के लिए शाबर मंत्र का प्रयोग किया जाता है यह अत्यंत प्रभावशाली कारगर मंत्र है जिसे सिद्ध करना उतना कठिन नहीं होता है लेकिन मंत्र को सिद्ध करने के लिए नियम विधि का पालन कठोरता से किया जाता है तभी इसका लाभ मिल पता है अधिकतर लोग इस मंत्र का प्रयोग अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए करते है किसी भी मंत्र का जाप करने से पहले आपको ध्यान देना चाहिए की मंत्र बोलने में आसन और सरल हो और मंत्र प्रभावशाली हो मंत्र का जाप करते समय कोई त्रुटि ना हो इसका विशेष ध्यान देना चाहिए।
इस इच्छा पूर्ति शाबर मंत्र से होगी सभी इच्छाएं पूर्ण
मंत्र है। मंत्र ही मातसे मनसे ॐ ॐ ।। इच्छा पूर्ति शाबर मंत्र:- इस मंत्र का दीपावली की रात्रि को शरीर को स्नान आदि से शुद्ध करके सुखासन में अपने पूजा वाले स्थान पर बैठकर इस मंत्र को दस हजार जप करने से अभी इच्छाएं पूरी होती है और साधक जो भी चाहता है वह कार्य सिद्ध हो जाता है।
यह मंत्र अत्यधिक प्रभावशाली और सरल है जिसे बोलना आसान है और इस मंत्र का प्रयोग करने जल्दी इच्छाएं पूर्ति होने लगते हैं इस मंत्र का विशेष कर दीपावली के दिन किया जाता है तभी यह मंत्र जल्दी प्रभाव दिखाता है
विधि है।
इस मंत्र को दीपावली के दिन अपने घर के पूजा वाले स्थल पर स्नान आदि करके शरीर को शुद्ध और निर्मल करके अपने पूजा वाले स्थान सुख आसन या पद्मासन में बैठकर अपने मन ही मन इस मंत्र का जाप करें मन के सारे विचारों को रोक कर इंद्रियों को वश में करके केवल इस मंत्र का जाप करें चिंतन करें ऐसा करने से मंत्र जल्दी सिद्ध हो जाता है इसका असर दिखने लगते हैं ,ध्यान रहे मंत्र सिद्ध होने के बाद ही ध्यान मुद्रा से उठे अन्यथा ध्यान भंग हो सकता है
मंत्र सिद्ध होते ही लक्षण दिखने लगेंगे
मंत्र सिद्ध होते ही मन पूरी तरह स्थिर व शांत हो जाएगा मंत्र के देवता दिखने लगेंगे और अंदर से एक ऊर्जा की अनुभूति होगी पॉजिटिव थॉट्स मन में आने लगेंगे आपको एक अच्छा महसूस होने लगेगा तब समझ लेना कि मंत्र सिद्ध हो गया है