दांत दर्द की समस्या से हैं परेशान तो आपके लिए हम लाए हैं अति प्राचीन दांत का दर्द दूर करने का मंत्र जो आपके दांत दर्द की समस्या को जड़ से खत्म कर देगा और आपको जल्दी आराम पहुचायेगा। आप इस मंत्र को नियम अनुसार करने से इसका लाभ आपको तुरंत मिलेगा और आपका कैसा भी दांत दर्द की समस्या हो उसे जड़ से खत्म कर देगा है।
1. दाँत दर्द का मंत्र
आग बांधो, पाग बांधो। ऊपर-नीचे दाढ़ बांधो। अगिया-बेताल बांधो, सो खाल विकराल बांधो। सो लोहा-लोहार बांधों। बच्र अस होबे, बच्र फन दांत पिराय, तो महादेव पार्वती की आन।
विधि ...
थोड़े से नमक में सरसों का तेल मिलाकर उक्त मन्त्र को 11 बार पढ़े, फिर उक्त रोगी को दाँत में लगाने को दे। ऐसा 3 दिन तक करे। दाँत के दर्द से सदा के लिए छुटकारा मिल जायेगा और दांत का दर्द दूर हो जाएगा।
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दांत दर्द से तुरंत राहत के लिए 5 प्राचीन मंत्र
2. दाँत - दर्द दूर करने का मंत्र
अग्नि बांधो, अग्नीश्वर बांधो। सौ लाल पिवाराल बांधो, सो लोहा-लोहार बांधो। वच्र के निहाय, वद्र-वन दांत विहाय, तो महादेव की आन।
विधि ...
शाबर की विधि से मन्त्र को सिद्ध करे। बाद में 7 बार मन्त्र का जपकर दुखते हुए दाँतों को फूँके तो दन्त दर्द दूर होती है। यदि नारा उखड़ा हो तो हाथ की तर्जनी अँगुली से झाड़ना चाहिये।
3. दांत का दर्द दूर करने का प्रभावी मंत्र
हम इक सर, तुम हो बतीस। हमरी तुम्हरी कौन-सी रीस।। हम कमाय, तुम बैठे खावो। मरती बिरीया, सड़्रहि जावो।।
विधि ...
उक्त मन्त्र को शाबर की विधि से सिद्ध करे। बाद में दाँत में दर्द होता हो तो मुँह धोने के समय सात बार मन्त्र पढ़कर कुल्ला करे। इससे दन्त-पीड़ा दर्द दूर हो जायेगी।
4. दांत दर्द झाड़ने का मंत्र। dant jhadne ka mantra
मंत्र ...
ॐ राई-राई। तू मेरी माँई।। धरती नी धूलि। मसानी छाई।। सान खवाई। सो हनुवन्त।। की ठुहाई। मारा गुरुत। जपत जलत बाई। हालि मन्त्र गुरु खवबाई।। मेरी भक्ति। गुरु की शक्ति।। फुरे मन्त्र। ईश्वरो वाचा।।
विधि ...
इस मन्त्र की साधना 21 दिन की है। श्री हनुमान जी विषयक समस्त नियमों का पालन करते हुए प्रतिदिन 1 माला का जप करने से यह मन्त्र सिद्ध होता है। फिर जब दाँत के दर्द वाला कोई व्यक्ति आये तो इस मन्त्र को जपते हुए 21 बार झाड़ा करने से शीघ्र ही दाँत दर्द से पीड़ित व्यक्ति को आराम पाता है। दांत दर्द दूर हो जाती है।
5. दांत का दर्द दूर करने का मंत्र। dant dard dur karne ka mantra
मंत्र ...
हे दंत! तुम क् यों कुलता हमें तुमें संजाइना हमरा कसर तुम हो बत्तीस हमरी-तुमरी कौन-सी रीति हम कमायं॑ तुम बैठे खाओ मृत्यु की बिटियां संग ही जाओ।
मंत्र ...
प्रातःकाल सूर्योदय से पहले उठकर नित्य-क्रिया से निवृत्त होने के पश्चात् जब मुँह धोने जाया जाता है, तब उपरोक्त मन्त्र का दाँत साफ करते वक्त 21 बार जप किया जाता है। उसके बाद जल लेकर उपरोक्त मन्त्र से ही 11 बार पढ़कर उसे अभिमन्त्रित किया जाता है और तब उस जल से कुल्ला करने के पश्चात् दाँत का दर्द समाप्त हो जाता है। हिलते हुए दाँत बैठ जाते हैं। यदि पहले दिन आराम न हो तब इस क्रिया को 11 दिन तक लगातार करते रहना चाहिए। निश्चित लाभ होगा। और दांत दर्द दूर हो जाएगा।
निस्कर्ष
दांत दर्द का यह मंत्र साबर मंत्रो से लिया गया है इन मंत्रो को किसी गुरु के द्वारा सिद्ध करने के बाद प्रयोग करने से जल्दी कार्य करते हैं क्योंकि मंत्रो का प्रयोग में करने से पहले इन्हे जागृत करना पड़ता है उसके बाद यह मंत्र अपना असर दिखाते हैं और किसी के भी दांत दर्द की समस्या को जड़ से खत्म कर देते हैं जो मंत्र सिद्ध करने वाले हैं उन मंत्रो को आप सिद्ध करके प्रयोग कर सकते हैं और जो मंत्र बिना सिद्ध किए जाप मात्र से दांत दर्द को ठीक करने का है उसे आप उसे उसी प्रकार यूज कर सकते हैं।।