मिर्गी के टोटके: क्या आप या आपके किसी प्रियजन को मिर्गी के दौरे, बेहोशी, सिरदर्द या चक्कर परेशान हैं? मिर्गी, जिसे एपिलेप्सी भी कहते हैं, एक ऐसी स्थिति है जो न सिर्फ शारीरिक रूप से प्रभावित करती है, बल्कि मानसिक और भावनात्मक तनाव भी पैदा कर सकती है।
अगर आप इस समस्या से निजात पाने के लिए प्राकृतिक और पारंपरिक उपायों की तलाश में हैं, तो यह लेख आपके लिए है। यहाँ हम लेकर आए हैं 11 असरदार टोटके, जो पुराने समय से चले आ रहे हैं और जिन्हें लोग आज भी आजमाते हैं।
इन आसान उपायों को जानने के लिए लेख को अंत तक पढ़ें और देखें कि कैसे ये टोटके मिर्गी के दौरे को कम करने में मदद कर सकते हैं। तैयार हैं? तो चलिए शुरू करते हैं!
मिर्गी दूर करने अचूक 7 टोटके
मिर्गी के दौरे आने पर व्यक्ति अचानक व्यक्ति बेहोश हो जाता है उसके हाथ पैर काम करने बंद कर देते हैं मानसिक रूप से व्यक्ति पीड़ित हो जाता है व्यक्ति धड़ाम से जमीन पर गिर पड़ता है इसे दूर करने के लिए ऐसे 7 टोटके लाए हैं जिसके द्वारा आप इसे आसानी से मिर्गी के दौरे को दूर कर सकते हैं
1. गाय के बाँयें सींग की अंगूठी बनवाकर दाँयें हाथ की कनिष्ठिका अंगुली में पहनने से मिर्गी रोगी का दोरा आना रुक जाता हैं।
2. जंगली सूअर के नाखून को अंगूठी की भाँति तेयार करवाकर मंगलवार के दिन दाहिने हाथ की कनिष्ठिका अंगुली में पहनने से भी मिर्गी का दोरा शीघ्र रुक जाता हैं।
3.असली हींग एक तोला लेकर उसे ताबीज की तरह कपड़े में सीकर गले में पहने रहने से मिर्गी का दोरा आना रुक जाता हैं।
4. गोरोचन 2 मासे गुलाब जल से दिन में 3 बार 7 दिन तक सेवन करे तो मिर्गी दूर होगी।
5. जायफल को रेशमी धागे में गूथकर दाहिनी भुजा या गले में धारण करने से मृगी रोग दूर होता हैं।
6. गाय के सींग की अंगुठी बनवाकर दाहिने हाथ की कनिष्ठिका अंगुली में पहनने से भी मिर्गी रोग का दौरा पड़ना बन्द हो जाता हैं
7. आम तथा शमी वृक्ष की समिधा में लेकर हवन कुण्डी में स्थापित करे और अग्नि प्रज्वलित करें। सामग्री में अपामार्ग के बीज समान मिलाकर तथा घृत मिलाकर यज्ञवेदी में आहुति डालें। रोगी को पास में बिठाए। इस समय गायत्री मंत्र का जप भी करते रहें। जबतक रोग न जाय, यह हवन नित्य करें।
8. उल्लू के ग्यारह पंखों को एक-एक करके जलाये और इन पंखों के धुयें को
एक नये सफेद कपड़े के टुकड़े में एकत्रित कर ले। तत्पश्चात् उस कपड़े की बत्ती बनाकर शनिवार के दिन प्रात: दाहिने हाथ में ओर रोगी महिला हो तो बाँयें हाथ में पट्टी बाँध देने से मिर्गी दूर हो जाती है। यह सिद्ध प्रयोग हैं।