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दरिद्रता दूर करने का मंत्र दरिद्रता एक ऐसी समस्या है जो भारत के अधिकतर लोग परेशान हैं जिस घर परिवार में दरिद्रता छा जाती है तो वह किसी भी प्रकार के कार्य करें हर एक काम में उन्हें असफलता प्राप्त होती है और हर तरह से उन्हें हानि ही हानि होती है जिसके कारण उन्हें विभिन्न कष्ट का सामना करना पड़ता है 


वह अच्छे से कपड़े नहीं पहन पाते अच्छे से भोजन नहीं कर पाते अपने सपने इच्छाओं को पूरा करने में असमर्थ हो जाते हैं दरिद्रता होने का प्रमुख कारण व्यक्ति के हाथ में होता जैसे व्यक्ति अच्छे से कर्म नहीं रहा या उसके किस्मत में ही दरिद्रता है और कर्मों के आधार पर ही व्यक्ति को गरीबी अमीरी प्राप्त होता है क्योंकि अगर आपकी भाग्य में गरीबी लिखी है तो वह मिलकर रहेगी और आपके जीवन में धन प्राप्त होगा तो वह मिलकर रहेगा यह संसार का नियम है 


लेकिन कुछ लोगों को यह समस्या अधिक परेशान करती है वह किसी भी प्रकार के कार्य करते हैं उन्हें हर एक काम में हानि होती जिसके कारण वह परेशान हो जाते हैं इसीलिए उनके लिए हम दरिद्रता नाशक मंत्र लाए हैं जो अधिक शक्तिशाली शाबर मंत्र है जो व्यक्ति के धन की कमी को तुरंत दूर करने में आपकी सहायता करेगा क्योंकि जो कार्य कठिन परिश्रम से नहीं हो पाते हैं उसे मत्रों के द्वारा भी ठीक किया जाता है 


इसीलिए दरिद्रता का नाशक मंत्र के द्वारा आप अपने धन की कमी को बड़ा सकते हैं और अपने घर में मां लक्ष्मी को लाकर अपना घर में धन की कमी को दूर कर सकते है और अच्छे से जीवन यापन कर सकते हैं इस मंत्र को आप अच्छे से कंठस्थ कर ले और विधि अनुसार जाप करें क्योंकि मंत्र तभी कार्य करते हैं जब उसे विधि अनुसार किया जाता है यह साबर मंत्र अति शक्तिशाली है जो जल्दी अपना कार्य करता है 


दरिद्रता दूर करने का 2 शक्तिशाली मंत्र


आपके लिए हमने दो ऐसे मंत्र लाए हैं जिसके द्वारा आप अपने तंगी भरे जीवन को इस मंत्र के द्वारा दूर कर अपने घर में धन को बड़ा सकते हैं और अपने घर से दरिद्रता दूर कर सकते है दरिद्रता दूर करने में यह 2 मंत्र आपकी सहायता करेगा। और आपके घर में धन की कमी दूर करेगा मंत्र कुछ इस प्रकार बताए गए हैं।

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दरिद्रता दूर करने मंत्र


अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के। कामद धन दारिद दवारि के।।

 

इस मंत्र का जप भी प्रात:काल स्नानादि से निवृत्त होकर किया जाता है। जप प्रतिदिन 108 बार किया जाता हैं। 90 दिन के जप के बाद साधक इसे 21 बार जप सकते हैं। दरिद्रता दूर करने में यह सहायक मंत्र है 


दरिद्रता नाशक मंत्र 

ॐ ऐं क्लीं क्लूं हां हीं हंं सः वं अपदुष्दधाणाय अजामल बद्धाय लोके- श्वराय स्वर्णाकर्षण भैरवाय नम दारिद्रयविद्वेषणाय ॐ हीं महाभेरवाय नम:। 

 

यह स्वर्णाकर्षण भैरव मंत्र है। आधी रात के समय पश्चिम दिशा की ओर मुँह करके तेल का दीपक जलाकर इस मंत्र का दस हजार जप करने से अवश्य ही। दरिद्रता का नाश होता है।