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कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार के भूत प्रेत जैसे नेगेटिव शक्तियों से ग्रसित है या उनको भूत प्रेत पकड़ लिया हो या उन्हें पहले से ही प्रेत पकड़ा हो किसी भी प्रकार का भूत प्रेत या शैतानी बाधा हो ऐसे किसी भी प्रकार के बुरी शक्तियों से यह मंत्र हर एक प्रकार के बाधा को दूर करने में सहायक करता है यह मंत्र सर्व बाधा निवारण मंत्र है यह बेहद ही शक्तिशाली मंत्र है इस मंत्र से किसी भी प्रकार की बाधा को दूर किया जा सकता है जिनको अधिक समय से कोई बीमारी है वह बीमार ठीक नहीं हो रहे हैं उसे इस मंत्र से ठीक किया जा सकता है किसी भी प्रकार का बाधा हो या ऊपरी बाधा हो इन सभी समस्याओं में यह मंत्र बेहद ही प्रभावशाली तरह से काम करता है इस मंत्र को आप सिद्ध करने के बाद प्रयोग में लाने से यह मंत्र प्रभाव दिखाता है और किसी भी बाधा को दूर करने में सहायक करता है आगे।


सर्वबाधा-निवारण मंत्र। ऊपरी बाधा निवारण मंत्र


सर्वबाधा निवारण मंत्र यह एक ऐसा मंत्र है जिसके द्वारा किसी भी प्रकार का प्रेत बाधा या ऊपरी बाधा हो इन सभी बाधाओं से मुक्ति प्राप्त किया जा सकता है यह मंत्र हनुमान पर आश्रित है इस मंत्र को सिद्ध कर लेने पर हर एक प्रकार के प्रेत बाधा से मुक्ति प्राप्त किया जाता है  मंत्र : कोडी लांघूं आंगन लांघूं, कोठी ऊपर महल छपाऊं, गोरखनाथ सत्य यह भाखे, दुआरिया पे मैं अलख जगाऊं। सतनाम आदेश गुरु का, आदेश पवन पानी का नाद अनाहद दुंदुभी बाज जहां बैठी जोगमाया साजे, चौंसठ जोगनी बावन वीर बालक की हरै सब पीर आगे जात शीतला जानिये, बंध बंध बारे जात मसान भूत बंध प्रेत बंध छल बंध-बंध सबको मारकर भसमंत, सतनाम आदेश गुरु का फुरो मन्त्र ईश्वरों वाचा।

सर्वबाधा-निवारण मंत्र को सिद्ध करने की विधि और नियम


होली, दीपावली अथवा ग्रहण के समय पहले उपर्युक्त मंत्र को दस हजार आठ बार जपकर सिद्ध करें। फिर बाधा दूर करते समय मंत्र को एक सो आठ बार जप कर ग्यारह बार फूंक मारें। इससे हर प्रकार की बाधा का निवारण हो जाएगा।