Dharm ka paalan karana, मनुष्यो धर्म का है, धर्म, धर्म नियम,



हमारे हिंदू धर्म में इन गलतियों को करने से मना किया जाता है कि व्यक्ति को इन सभी गलतियों को कभी भी घर में नहीं करना चाहिए इससे घर के पित्रगढ़ देवगढ़ और ऋषिगण और आपके घर से मां लक्ष्मी समस्त देवी देवता और रुष्ट हो जाते हैं जिसके कारण आपके घर में नेगेटिव शक्ति प्रवेश करने लगते हैं जिससे आपको तरह-तरह के हानियां होने लगते हैं आपको इन्हीं सब गलतियां कंगाली की ओर ले जाती हैं हमारे हिंदू धर्म में घर में कैसे रहना चाहिए रखरखाव होना चाहिए घर के व्यक्तियों को कैसे कपड़े पहने चाहिए उनको कैसे भोजन करने चाहिए इन सब का विशेष विधि नियम बताया गया है इन सब का पालन करना हिंदू धर्म का कर्तव्य होता है जो लोग इन कर्तव्यों का नहीं पालन करते हैं उनके घरों में भूत प्रेत जैसे नेगेटिव शक्तियां प्रवेश करने लगते हैं और उनके घर पर असुर की शक्तियां आश्रित हो जाती हैं इसीलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने घर में इन नियमों का अवश्य पालन करना चाहिए जिससे घर के देवी देवता प्रसन्न रहते हैं और मां लक्ष्मी आपके घर में रहे और वह रुष्ठ कर नहीं जाए है जिससे आपको हर प्रकार से स्वास्थ्य मानसिक शांति और धन का लाभ प्राप्त होता है


इस संसार में तीन गुण वाले व्यक्ति पाए जाते हैं पहला सतो गुण वाले दूसरा रजो गुण वाले वाले तीसरा तामस गुण वाले जिस व्यक्ति का घर सतो गुण की प्रधानता होती है उस घर में धन दौलत हमेशा बनी रहती है


मुख्य बातें. यह जानकारी हिंदू धर्म के पुस्तक विष्णु पुराण से लिया गया है इसमें बताए गए नियम धर्म अनुसार है इनका पालन करना प्रत्येक व्यक्ति का धर्म और कर्तव्य है

 Table of contents 

1.सुबह सूर्य उगने से पहले उठे।

  1.घर की पूरी साफ सफाई रखें।

  2.घर में किसी प्रकार की गंदगी ना करें

  3.नहाने के बाद जल अर्पित करें।

  4.भोजन हमेशा ब्रश स्नान आदि करके बनाएं ।

  5.स्नान के बाद स्वच्छ सुगंधित वस्त्र पहने।

  6.भोजन में पशु पक्षी के लिए भी पकाए।

  7.भोजन करने से पहले इन नियमों का पालन करे

2.Conclusion


1.सुबह सूर्य उगने से पहले उठे।


हिंदू धर्म कहता है कि प्रत्येक मनुष्य को सुबह सूर्य उगने से पहले उठ जाना चाहिए उठने के बाद योगा एक्सरसाइज करें जिससे शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में सहायता करता है योग क्रियाएं ज्यादा समय तक ना करें जिसकी उम्र युवा अवस्था में है उन लोगों के लिए योग क्रियाएं एक्सरसाइज अधिक समय तक करने की प्रथम है जिनकी शादी हो चुकी है वे लोग ज्यादा समय योग क्रियो में ना जाए उन्हें कुछ ही घंटे के बाद अपने गृह कार्य में जुट जाएं इसके बाद शौच आदि करने के लिए जाए तब शौच करते समय बातें ना करें अपने मुंह को किसी गमछे या कपड़े से ढके रहे फिर लिंग को एक बार और गुदा द्वारा को तीन बार साफ करें अब हाथ को अच्छे से सात बार धोए और अपने हाथ को पूरी तरह स्वच्छ करें फिर आदि स्नान करें।


2.घर की पूरी साफ सफाई रखें।


अपने घर  की अच्छे से साफ सफाई रखें प्रत्येक वस्तु को अच्छे से साफ करके उपयुक्त स्थान पर रखें घर की प्रतिदिन सफाई करें जिस घर में सफाई नहीं होती है उस घर को तामस गुण वाला माना जाता है क्योंकि तामस गुणों वाले व्यक्तियों के घर की सफाई नहीं रहती है वे हमेशा गंदगी भरे स्थान पर रहना पसंद करते हैं और वे अपने घर को भी कूड़ा कचरा कर देते हैं इसलिए आपको अपने विचारों को बदलने का प्रयास करें और घर को साफ सुथरे रखने का प्रयास करें और अपने विचार को सातों गुण में लाने का प्रयास करें।


3. घर में किसी प्रकार की गंदगी ना करें


घर में जैसे थूकना पेशाब करना धातु वन करना और घर के आसपास या आंगन में थूकना जैसे किसी भी प्रकार के गंदगी ना करें अपने घर को हमेशा क्लीन साफ सुथरे रखने का प्रयास करें जिसे आपके घर में शुद्धता बनी रहेगी जिससे आपके पित्रगढ़ ऋषिगण और देवगढ़ आपसे प्रसन्न रहेंगे जिससे आपको मानसिक रूप से शांति प्राप्त होगी और घर का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आप रोग मुक्त रहेंगे और आपका परिवार भी स्वस्थ रहेगा।


4. नहाने के बाद जल अर्पित करें।

स्नान करनेके अनन्तर शुद्ध वस्त्र धारण कर देवता, ऋषिगण और पितृगणका उन्हींके तीर्थोंसे तर्पण करे ॥ देवता और ऋषियोंके तर्पणके लिये तीन-तीन बार तथा प्रजापतिके लिये एक बार जल छोड़े ॥ हे पृथिवीपते । पितृगण और पितामहोंकी प्रसत्रताके लिये तीन बार जल छोड़े तथा इसी प्रकार २ प्रपितामहोंको भी सन्तुष्ट करे एवं मातामह (नाना) और उनके पिता तथा उनके पिताको भी सावधानतापूर्वक ● पितृ-तीर्थसे जलदान करे। अब काम्य तर्पणका वर्णन करता हूँ, श्रवण करो  ॥ 'यह जल माताके लिये हो, यह प्रमाताके लिये हो, यह २ वृद्धाप्रमाताके लिये हो, यह गुरुपलीको, यह गुरुको, यह मामाको, यह प्रिय मित्रको तथा यह राजाको प्राप्त हो- हे राजन् । यह जपता हुआ समस्त भूतोंके हितके लिये २ देवादितर्पण करके अपनी इच्छानुसार अभिलषित सम्बन्धीके लिये जलदान करे ॥ [देवादि- तर्पणके समय इस प्रकार कहे] देव, असुर, यक्ष, नाग, गन्धर्व, राक्षस, पिशाच, गुह्मक, सिद्ध, कूष्माण्ड, पशु, पक्षी, जलचर, स्थलचर और वायु- भक्षक आदि सभी 3 प्रकारके जीव मेरे दिये हुए इस जलसे तृप्त हो।


5. भोजन हमेशा ब्रश स्नान आदि करके बनाएं ।


घर में भोजन पकाते समय महिलाओं को और पुरुषों को भोजन बनाने से पहले घर की सफाई करने के बाद अच्छे से ब्रश करने के बाद स्नान आदि करके भोजन पकाना चाहिए जिससे भोजन शुद्ध सात्विक बनता है जिससे आपके घर के पित्रगढ़ प्रसन्न रहते हैं और आपके घर में सतो गुण की प्रधानता बढ़ने लगती है


6. स्नान के बाद स्वच्छ सुगंधित वस्त्र पहने।


हमारे हिंदू धर्म में शरीर को स्वच्छ स्नान आदि करने के बाद पुरुष या महिला को या बच्चे साफ सुथरे सुगंधित वस्त्र धारण करने की प्रथा है यह व्यक्ति का धर्म है कि वह स्नान करके अच्छे कपड़े पहने गंदे फटे कपड़े स्नान आदि करके ना पहने स्नान आदि करने के बाद अपने टॉवल से बदन को न पोछे किसी अन्य कपड़े से पोछे फिर अपना केश सवारे दर्पण देखें और खुद को आकर्षित वह सुंदर करें ऐसी प्रथा हमारे हिंदू धर्म में है इससे शरीर को शुद्ध प्राप्त होती है और आप अट्रैक्टिव और देव पुरुष जैसे हो जाते है।


7. भोजन में पशु पक्षी के लिए भी पकाए।


भोजन बनाते समय प्रत्येक व्यक्ति को अपने परिवार के सदस्य की अनुसार कुछ भोजन ज्यादा बनाएं और उसे भोजन को सबसे पहले पशु पक्षियों को खिलाने के लिए डाल दें ऐसा करने से भोजन करने में किसी प्रकार का दोष नहीं लगता है और व्यक्ति पाप मुक्त रहता है यह धर्म हमारे हिंदू धर्म में बताए गए हैं कि व्यक्ति को भोजन पकाते समय केवल अपने लिए भोजन ना बनाए अपने आसपास पशु पक्षी इन सभी के लिए भोजन पकाए और सर्वप्रथम इनको अर्पित करें उसके बाद आप इसे ग्रहण करें


8. भोजन करने से पहले इन नियमों का पालन करे


यह नियम हिंदू धर्म के विष्णु पुराण से लिया गया है कि कैसे व्यक्ति को भोजन करने से पहले किसकी प्रार्थना करनी चाहिए किसको चढ़ाने के बाद खुद भोजन करना चाहिए यह प्रथा पहले जमाने में चलती आ रही थी लेकिन वर्तमान समय में यह प्रथा लुप्त हो चुकी है यह नियम कुछ इस प्रकार है

फिर हे नरेश्वर ! विश्वेदेवों, विश्वभूतों, विश्वपतियों, पितरों और यश्तोंके उद्देश्यसे [यथास्थान] बलिदान करे ॥ तदनन्तर बुद्धिमान् व्यक्ति और अन्न लेकर पवित्र पृथिवीपर समाहित चित्तसे बैठकर स्वेच्छानुसार समस्त प्राणियोंको बलि प्रदान करे ॥ [ उस समय इस प्रकार कहे - ] 'देवता, मनुष्य, पशु, पक्षी, सिद्ध. यक्ष, सर्प, दैत्य, प्रेत, पिशाच, वृक्ष तथा और भी चींटी आदि कीट-पतङ्ग जो अपने कर्मबन्धनसे बँधे हुए क्षुधातुर होकर मेरे दिये हुए अन्नकी इच्छा करते हैं, उन सबके लिये मैं यह अन्न दान करता हूँ। वे इससे परितृप्त और आनन्दित हों ॥ जिनके माता, पिता अथवा कोई और बन्धु नहीं है तथा अन्न प्रस्तुत करनेका साधन और अन्न भी नहीं है उनकी तृप्तिके लिये पृथिवीपर मैंने यह अन्न रखा है; वे इससे तृप्त होकर आनन्दित हों  ॥ सम्पूर्ण प्राणी, यह अन्न और मैं- सभी विष्णु हैं; क्योंकि उनसे भिन्न और कुछ है ही नहीं। अतः मैं समस्त भूतोंका शरीररूप यह अत्र उनके पोषणके लिये दान करता हूँ ॥ यह जो चौदह प्रकारका * भूतसमुदाय है उसमें जितने भी प्राणिगण अवस्थित हैं उन सबकी तृप्तिके लिये मैंने यह अन्न प्रस्तुत किया है; वे इससे प्रसन्न हों ॥ इस प्रकार उधारण करके गृहस्थ पुरुष श्रद्धापूर्वक समस्त जीवोंके उपकारके लिये पृथिवीमें अन्नदान करे, क्योंकि गृहस्थ ही सबका आश्रय है ॥ हे नरेश्वर ! तदनन्तर कुत्ता, चाण्डाल, पश्तिगण तथा और भी जो कोई पतित एवं पुत्रहीन पुरुष हों उनकी तृप्तिके लिये पृथिवीमें बलिभाग रखे  ॥ फिर गो-दोहनकालपर्यन्त अथवा इच्छानुसार इससे | 

9. भगवान का नाम लेते रहे

हर काम करते समय अपने परमात्मा अर्थात भगवान विष्णु या राम या कृष्णा आप जिन भगवान को पूछते हैं उनका आप नाम लेते रहे क्योंकि हमारे धर्म कहते हैं कि भगवान ने हमें यह जीवन दिया है इसलिए भगवान व्यक्ति से चाहते हैं कि वह भगवान का नाम ले और उनके गुण गाए और काम करें इससे भगवान प्रसन्न रहते हैं और उन्हें खुशी मिलती है कि हमने यह संसार बनाया है

2. Conclusion


आपको इन नियमों को अपने जीवन में हमेशा पालन करना चाहिए जिससे आपके घर में स्वच्छता आएगी और आपके घर में सात्विक ता आएगी जिससे देवतागढ़ ऋषिगढ़ भगवान आपसे प्रसन्न रहेंगे जिससे आपको हर प्रकार की सुविधा प्राप्त होगी ऐश्वर्या मान सम्मान धन आदि सब कुछ आपको प्राप्त होगा यह ज्ञान हमारे हिंदू धर्म पुस्तकों में वर्णित है जिसके द्वारा यह जानकारी आपके पास पहुंचाई जा रही है इसमें हमारा जो अनुभव रहा है उसके आधार पर यह ज्ञान आपको दिया जा रहा है इसमें किसी प्रकार की शिकायत हो या आपको ऐसे ही किसी जानकारी या धर्म का ज्ञान प्राप्त करना है तो आप हमें कमेंट में बताएं।