कई लोगों के गलत आदतों के कारण उनका दिमाग अशांत रहता है। वह सही से निर्णय अपने जीवन में नहीं ले पाते हैं। इसके कारण उनकी बुद्धि नष्ट हो जाती है। ऐसे बहुत से आदतें हैं। जिसके कारण व्यक्ति ना चाहते हुए भी वह आदत नहीं छोड़ते हैं। जिसके कारण वह मानसिक रूप से परेशान और अशांत रहते हैं।क्योंकि आदत एक ऐसी खूबी है। जिससे व्यक्ति को रंग से राजा बन सकता है। और राजा से रंग बन सकता है
अगर कोई व्यक्ति किसी काम को करने में आदत डाल ले तो वह व्यक्ति उस काम में पारंगत होकर असभ्य वाले काम करने लगता है। जिस व्यक्ति की बुद्धि तर्क क्षमता सोचने की प्रवृत्ति तेज हो जाती है ।आदतों से ही बुद्धि कमजोर होती है और आदतों से ही बुद्धि को तेज विकसित किया जा सकता है। आज आप जानेंगे कि-किन आदतों को अपनाने से बुद्धि तेज होती है। और व्यक्ति को हर काम में सफलता प्राप्त होता है
सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठने का प्रयास करें
हमारे धर्म ग्रंथो में सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठाना धर्म बताया गया है। जिससे मनुष्य को शारीरिक और मानसिक लाभ प्राप्त होता है। व्यक्ति का मन चित शांत वह एकाग्रचित रहता है। सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठने से दिन भर दिमाग शांत व स्थिर रहता है दिमाग के उलझन टेंशन सर दर्द जैसी समस्याएं खत्म हो जाती है। जिसके कारण बुद्धि बढ़ने लगता है।
सुबह खुले स्थान में प्राणायाम करें
प्राणायाम एक ऐसी योग क्रिया है। जिसके द्वारा मन मस्तिष्क और बुद्धि और शरीर को नियंत्रित किया जाता है। प्राणायाम के द्वारा शरीर को आरोग्य निरोगी स्वास्थ्य प्राप्त होता है। जिसके फल स्वरुप शरीर स्वस्थ रहता है। शरीर में किसी भी प्रकार की रोग बीमारी नहीं होती है सुबह प्राणायाम करने से प्रमुख लाभ य होता है। कि व्यक्ति का पूरा शरीर हवा की भांति हल्का का होता जाता है। मस्तिष्क पूरी तरह शांत वह स्थिर रहने लगता है। क्योंकि प्राणायाम करने से पूरे शरीर में ऑक्सीजन और ब्लड शरीर के कोने-कोने तक अच्छी मात्रा में पहुंचता है। और विशेष रूप से व्यक्ति के मस्तिष्क में ऑक्सीजन पहुंचने से व्यक्ति का दिमाग तेजी से Growth करने लगता है व्यक्ति की बुद्धि क्षमता तेज होने लगती है
एक काम में मन बुद्धि लगाए।
बुद्धि तेज करने का सबसे सरल तरीका है। कि व्यक्ति कोई भी काम करें उस काम में पूरा तन मन लगाकर करें जिससे मन की एकाग्रता बढ़ती है। और बुद्धि उस काम के प्रति तर्क सही से देती है। और उसका अनुसरण करने से बुद्धि और व्यक्ति को अनुभव प्राप्त होता है। और उस अनुभव से व्यक्ति बड़े से बड़े काम को अपने बुद्धि के द्वारा करने लगता है। क्योंकि अनुभव से बड़ा कोई भी ज्ञान नहीं है अनुभव के आगे व्यक्ति की बुद्धि हमेशा फेल हो जाती है इसी कारण बुद्धि को तेज करने के लिए पहले आपके मन को किसी काम में एकाग्रचित करना होगा तभी बुद्धि को बढ़ाया जा सकता है।
मुश्किल भरे कामों को करना
व्यक्ति की बुद्धि तभी तेज होती है। जब वह बड़े से बड़े मुश्किल भरे काम को करता है। क्योंकि उस काम में बुद्धि की बहुत आवश्यकता होती है। जब व्यक्ति की बुद्धि उस काम को अच्छे से करने में सक्षम हो जाती है। तो बुद्धि को अनुभव प्राप्त होता है और अनुभव से व्यक्ति की बुद्धि तेज होती है जिसके फल स्वरुप छोटे-मोटे कार्य को यूं ही छुट्टियों में करने की क्षमता रखता है
कठिन से कठिन सवालों को हल करें।
बुद्धि को तेज करने के लिए बादाम खाने की आवश्यकता नहीं होती है। बुद्धि को विकसित करने के लिए बुद्धि वाले काम को करने से बुद्धि तेज होती है। इसीलिए आप जो बुद्धि के लिए आवश्यक है कठिन से कठिन भरे सवालों को हल करना जब आपकी बुद्धि कठिन से कठिन सवालों को हल करने में सक्षम होने लगती है। तब आपका दिमाग तेज होने लगता है ।
Conclusion
लोगों में बहुत प्रचलित है। कि बादाम खाने से बुद्धि तेज होती है लेकिन ऐसा नहीं है। बादाम एक भोजन है भोजन को करने से दिमाग तेज नहीं होता है। भोजन का कार्य होता है। शरीर को जीवित रखना ना की बुद्धि को तेज करना बुद्धि तो कठिन से कठिन सवालों को हल करने काम में एकाग्रचित करने से होती है। इसलिए आप बुद्धि को तेज करने के लिए काम में एकाग्रचित लाइए और मन को शांत रखने के लिए प्राणायाम जैसी क्रियाएं करते रहे जिससे मन में घबराहट बेचैनी नहीं रहेगी और बुद्धि सही से निर्णय ले पाएगी और सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठने का प्रयास करें जिससे शरीर स्वस्थ व निरोगी रहेगी क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही बुद्धि का विकास होता है