भूत ऐसी नेगेटिव शक्तियां होती हैं जो किसी को दिखाई नहीं देती हैं और व्यक्ति को डराती और उनको पड़ती रहती हैं और भूत प्रेत एक ऐसा विषय है जिस पर हर कोई बात नहीं करता है बचपन में हम भूत प्रेत जैसे नाम से भयभीत होते रहे हैं लेकिन अधिकतर लोग भूत को नहीं देख पाते है केवल उसका नाम नहीं पता है कि भूत तुमको पकड़ लेंगे वहां पर मत जाओ ऐसे तमाम तरह के किस्से कहानी आपने सुना होगा आज आप यही जानेंगे कि क्या वास्तव में भूत प्रेत होते हैं या नहीं और भूत-प्रेत कैसे बनते हैं और भूत प्रेत क्या है और हम भूत प्रेत को कैसे देख सकते हैं ऐसे तमाम प्रश्न के उत्तर आज आपको पता चलेगा चलिए जानते हैं और इसके बारे में फैक्ट facts जानकर आपको बहुत ही आश्चर्य भी होगा और आपको आनंद भी आएगा।

क्या भूत सच में होते है Do ghosts really exist


जी हां भूत सच में होते हैं हिंदू धर्म ग्रंथो में बहुत प्रेत आत्माएं इन सभी का जिक्र बार-बार हमेशा होता है हिंदू धर्म ग्रंथ इसकी पुष्टि करते हैं और वैज्ञानिक भी मान चुके हैं कि वास्तव में भूत प्रेत negetive energy होते हैं इसमें कोई संचय नहीं है

भूत को न मानने का कारण बस केवल इतना है कि भूत प्रेत को व्यक्ति अपनी आंखों से कभी भी नहीं देख सकता है क्योंकि भूत प्रेत दिखाई देने वाले आत्माएं नहीं होती हैं व्यक्ति की आंखें केवल पांच महा भूतों से बनी वस्तुओं को देख सकता है इसके अलावा जो दिखाई ना देने वाली वस्तुएं हैं उसे यह आंखें नहीं देख सकती हैं जैसे एक वायर के भीतर चलती हुई विद्युत को कोई भी नहीं देख सकता है और उदाहरण से समझे वायु हर जगह मौजूद है जो बड़े से बड़े पेड़ों को उखाड़ कर फेंक देती है लेकिन वायु को आप अपनी आंखों से नहीं देख सकते तो इसका मतलब यह नहीं होता कि वायु नहीं है जो चीज दिखाई नहीं देती है उसे यह कहना कि यह नहीं है यह एक तरह का गलत धारणाएं हैं हिंदू धर्म ग्रंथ या स्वयं कहता है कि पंच महा भूतों से शरीर को ही प्राणी देख सकता है इसके नीचे जो शुष्म रूप में कार्य करता है उसे यह आंखें नहीं देख सकती हैं उसे देखने के लिए दिव्य दृष्टि की आवश्यकता पड़ती है या शक्ति की जरूरत पड़ती है इन्हीं कारणों के कारण आज आपको भूत-प्रेत है या नहीं इसकी समस्या देखने को मिलती है

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भूत क्या है what is Ghost 


भूत वास्तव में आत्माएं होती हैं प्राणी का शरीर पंच महा भूतो से बना होता है इस पंच भूतो से बने शरीर में जब चेतना रूपी जीव आत्मा के आने से प्राणी जीवित हो जाता है और उस शरीर से वह चेतना रूपी जीवात्मा मरते समय बाहर शरीर से निकलती है तो वह जीवात्मा को भूत प्रेत आत्मा के नाम से जाना जाता है 

हिंदू धर्म के अनुसार प्राणी के पंच भूतों से बने शरीर में जब आत्मा प्रवेश करती है और मृत्यु के समय वह आत्मा बाहर निकलती है जिसकी मृत्यु नहीं होती है केवल शरीर अलग अलग धारण करती है वह वही रहती है आत्मा कभी नही मरती है केवल शरीर मरता जन्म लेता है शरीर से निकलने वाली आत्मा को ही भूत प्रेत आत्मा के नाम से जाना जाता है 

एक प्राणी का शरीर जैसा पांच प्रकार के शरीर उसके भीतर होता है पहला आनंदमय कोश,  दूसरा विज्ञानमय कोश , तीसरा मनोमय कोश, चौथा प्राणमय कोश और पांचवा अन्नमय कोश मृत्यु के समय प्राणी के शरीर से प्राणमय कोश, और अन्नमय कोश इसी पृथ्वी लोक में छूट जाते हैं और आनंदमय कोष और विज्ञानमय कोश मनोमय कोश शरीर से बाहर निकल जाते हैं इनकी आकृति एक मानव की आकृति जैसा ही होता है लेकिन यह बहुत शुष्म अदृश्य होते हैं जिसको देखना असंभव है इसके लिए दिव्या दृष्टि की आवश्यकता पड़ती है इन्हीं तीनों कोशो शरीर को आत्मा कहते हैं और इसी आत्मा को भूत प्रेत आने को प्रकार के नाम से बुलाया जाता है कुछ आत्माएं बुरी होती हैं और कुछ आत्माएं अच्छी होती हैं जो आत्माएं बुरी होती हैं उसे भूत रहते हैं और जो आत्माएं अच्छी होती हैं उसे भूत नहीं कहते हैं देवता कहते हैं 

भूत कैसे बनते है how to make ghosts

प्राणी के मरते समय उसके मन में संसार के प्रति इच्छा होने से उसको नरक लोक या स्वर्ग लोक उसकी आत्मा नहीं जा पाती है और उसको मुक्ति भी नहीं प्राप्त हो पाती है जिसके कारण वह भूत बनकर संसार में रहने लगता है और उस आत्मा को भूत के नाम से जाना जाता है

प्राणी की मृत्यु होती है तब उसके कर्म अनुसार उसको स्वर्ग या नरक लोक की प्राप्ति होती है लेकिन जब वह स्वर्ग या नरक लोग नहीं जा पाता इसी लोक में रहता है तब उसे लोग भूत-प्रेत कहकर बुलाते हैं उसी को प्रेत रहते हैं ऐसे लोग ही प्रेत बनते हैं

जिनकी अकाल मृत्यु हो जाती है वे लोग भी भूत बन जाते हैं

जिनका दुर्घटना से मृत्यु होने के कारण भी भूत बनते हैं 

जो लोग भूतो को पूजते है उनकी आराधना करते हैं जब वे मरते हैं तब वह भूत प्रेत की योनि प्राप्त करते हैं और भूत बन जाते हैं

भगवत गीता में बताया गया है जो व्यक्ति जिस को पूजता है उसे वैसा देवत्व प्राप्त होता है भूतों को पूजने वाले को भूत योनि प्राप्त होता है देवताओं को पूजने वाले को देवता का शरीर मिलता है और भगवान को पूजने से उसे भगवान की प्राप्ति होती है

जो व्यक्ति चोरी और अनेक प्रकार के अपराध करते हैं दूसरों को पीड़ा देते हैं अपने से बड़े लोगों का आदर नहीं करते हैं उनसे छल कपट करते हैं वे लोग जब मरते हैं तो वह निश्चय ही भूत बनते हैं

भूत को देखने का तरीका How to see a ghost


भूत प्रेत ऐसी नेगेटिव सूक्ष्म आत्माएं होती हैं जिन्हें नन्ही आंखों से देखना असंभव होता है इसे आप अपनी आंखों से नहीं देख सकते हैं क्योंकि व्यक्ति का बाहरी शरीर जो दिखाई देता है उसकी मृत्यु हो चुकी होती है और जो प्राणी वायु का शरीर बना होता है प्राण कहते है वह भी शरीर से नष्ट हो चुका होता है उसके बाद मन आपका ज्ञान और चेतना बचता है जो अधिक शुष्म होते हैं जिनको देखना अति दुष्कर कार्य है आत्माएं भूत प्रेत आपको खुद को दिखाएं तो आप उन्हें देख सकते हैं या फिर आप भूत प्रेत को देखने के लिए किसी गुरु से भूत प्रेत को देखने का ज्ञान प्राप्त करके उनको देख सकते हैं

भूत को देखने के लिए किसी मंत्र को सिद्ध कर लेने के बाद भूत को देखा जा सकता है

जहां पर भूत दिखाई देते हो खंडहर या हवेली वहां पर जाने से आप भूत प्रेत को देख सकते हैं लेकिन वह आपको अपना रूप दिखाएंगे तभी आपको वह दिखाई देंगे अन्यथा वे आपके वहां भी नहीं दिखाई दे सकते हैं

भूत को देखने के लिए आप ओझा या तांत्रिक के द्वारा भूत प्रेतो को देख सकते हैं

भूत को देखने के लिए आप चाहे तो तांत्रिक का ज्ञान प्राप्त करके उसके द्वारा आप भूत प्रेत को देख सकते हैं ।

निष्कर्ष 

भूत प्रेत वास्तव में होते हैं भूत-प्रेत आत्माएं ही होती हैं जो अच्छे बुरे कर्मों के आधार पर भूत प्रेत बनते हैं जिनकी मोक्ष की प्राप्ति नहीं होती है वह भूत प्रेत बनते हैं वे आत्माएं जो नरक लोक या स्वर्ग लोक चली जाती हैं वे लोग भूत-प्रेत नहीं बनते हैं वह नरक या स्वर्ग लोक से आकर फिर शरीर को धारण करती हैं और जब वे शरीर से निकलते हैं तब वह भूत बनती हैं और वह आत्माएं फिर स्वर्ग या नरक लोक जाती हैं और वहां से फिर पृथ्वी लोग में आकर शरीर धारण करती हैं फिर उस शरीर की मृत्यु होने के बाद उस शरीर से आत्मा निकलती है उसी को भूत प्रेत कहते हैं।

भूत क्या है?

भूत अदृश्य आत्माएं होती हैं शरीर के मरने के बाद उस शरीर से आत्मा बाहर निकल जाती है वही आत्मा भूत कहलाती है

भूत कैसे बनते है?

व्यक्ति के मरने के बाद उसके शरीर से आत्मा निकलने के बाद स्वर्ग या नरक लोक नहीं जा पाती है तो वह भूत प्रेत बनकर संसार में घूमने लगती है इस प्रकार वे भूत बनकर लोगों को डराते पकड़ते रहते हैं

क्या सच में भूत होते है?

हिंदू धर्म ग्रंथो के अनुसार भूत प्रेत वास्तव में होते हैं भूत-प्रेत एक ऐसी नेगेटिव एनर्जी होती है जो किसी को किसिके आंखों से दिखाई नहीं देती है मनुष्य के आंखों से दिखाई देने वाला उनका शरीर नष्ट हो चुका होता है केवल शुष्म शरीर आत्मा बचता है जिसके कारण वे व्यक्ति को दिखाई नहीं देती है