पढ़ाई लिखाई में किसी का भी मन नहीं करता है मन तो केवल मोबाइल चलाना वीडियो स्क्रोल करना मोबाइल में गेमिंग खेलना शॉर्ट वीडियो देखना जैसे फालतू कामो को ना चाहते हुए भी करते रहते हैं हमें पता होता है कि इसे करने से हमें आगे जाकर पछताना पड़ेगा लेकिन हम ना चाहते हुए भी इसे इन लतों में फंसकर लगे हुए आप अपना टाइम बर्बाद करते रहते हैं पढ़ाई करने बैठते हैं तो कुछ देर तो पढ़ते हैं लेकिन कुछ देर बाद मन पढ़ाई में नहीं लगता है इधर-उधर भागने लगता है यह समस्या प्रत्येक students स्टूडेंट के साथ होती है
अगर कुछ पढ़ लिया जाए तो हम कुछ देर बाद उसे भूल जाते हैं और पढ़ा हुआ अधिक देर तक याद भी नहीं रहता इसलिए हम क्या करें हमें कुछ समझ में नहीं आ रहा है इसी का जवाब हमारे धर्म ग्रंथ भगवत गीता में बताया गया है कि कैसे व्यक्ति को किसी भी काम हो या बिजनेस हो या पढ़ाई हो उसमें मन लगाया जाए और उसमें सफलता प्राप्त किया जाया जा सकता है इसी के बारे में हम आपके लिए भगवत गीता से खास तरीका लाए हैं जिसके द्वारा कोई भी स्टूडेंट पढ़ने में मन लग पाएगा और पढ़ा हुआ भूलेगा नहीं और एग्जाम में अच्छे नंबर ला सकेगा।
मन भटकने का कारण
मन भटकने का कारण उसका स्वभाव ही है जब तक कोई उसे पड़कर एक रास्ते पर नहीं लायेगा तब तक मन इधर-उधर व्यक्ति को फंसाए रखता है इसी कारण मन लगातार भटकता रहता है जब तक की कोई उसके ऊपर लगाम न लगाए संसार का कोई भी व्यक्ति हो चाहे स्कूल का छात्र हो चाहे आदमी हो चाहे कोई पुरुष या स्त्री हो प्रत्येक व्यक्ति का मन एक बंदर की भांति इधर-उधर जाता ही रहता है वह किसी एक स्थान पर नहीं टिकता है मन को हमारे धर्म ग्रंथो में मन को सबसे शक्तिशाली चंचल मन बताया गया है इसी के कारण मन किसी भी काम को एकाग्रचित होकर नहीं करता है
जिसके कारण स्टूडेंट को पढ़ाई में मन लगाने में कठिनाई होती है जबकि फालतू काम जैसे मोबाइल चलाना गेम खेलना जैसे मौज मस्ती वाले सभी मनोरंजन वाले कामों में मन हमेशा लगा रहता है क्योंकि मन हमेशा चाहता है वह हमेशा मौज मस्ती करें आनंद ले सुखी से रहे उसे थोड़ा सा भी कष्ट ना हो जिस काम से शरीर को कष्ट होता है उस काम को तुरंत मन करने से टाल देता है मन का स्वभाव ही है चंचलता यह चंचलता प्रत्येक व्यक्ति में है ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं होगा जिसमें चंचलता ना हो जब तक की कोई छात्र इसे अपने कंट्रोल में ना कर ले तब तक वह मन उसके अनुसार काम नहीं करता है
पढ़ाई के लिए दृढ़ संकल्प करके बैठे।
कोई भी कार्य हो चाहे पढ़ाई हो या कोई बिजनेस हो हर काम के लिए दृढ़ संकल्प का होना अति आवश्यक है बिना दृढ़ संकल्प के किसी भी कार्य को नहीं किया जा सकता क्योंकि जब मन भटकने लगता है तब दृढ़ संकल्प ही काम में आता है इसके सिवाय कोई भी तरीका नहीं है जिससे आप कार्य को कर सके पढ़ाई करने से पहले आप दृढ़ संकल्प करके बैठे कि मुझे 5 घंटे तक लगातार पढ़ते रहना है बिना उठे किसी भी हालत में मुझे 5 घंटे के बीच में नहीं जाऊंगा इधर-उधर नहीं करूंगा केवल में पढ़ाई करूंगा 5 घंटे होने के बाद ही मैं यहां से उठूंगा नहीं जब आप ऐसा दृढ़ संकल्प कर लेते हैं तब आगे।
शांत वाले कमरे का चयन करें
मन को एकाग्रचित करने के लिए सर्वप्रथम खुद को किसी एक शांत वाले कमरे का चयन करें जहां पर किसी भी प्रकार की आपकी पढ़ाई में बाधा ना पड़े वह स्थान होना चाहिए जहां पर आप लगातार 2 से 5 घंटे तक आप लगातार पढ़ सके बिना किसी समस्या के वह स्थान बिना शोरगुल का होना चाहिए मोबाइल को अपने किसी दूसरे कमरे में रख देना केवल एक किताब हिंदी या मैथ की बुक लेकर बैठ जाएं जिस भी सब्जेक्ट में आपकी रुचि हो उस बुक को लेकर पढ़ाई करने के लिए बैठ जाएं।
अपने मन को एकाग्रचित करें।
अब आपको अपने सब्जेक्ट के विषय पढ़ना शुरू करें और उसमें ध्यान लगाए जब आप पढ़ाई करने लगेंगे तब कुछ देर के लिए 10 से 10 मिनट आप पढ़ाई अच्छे से करेंगे 10 से 20 मिनट बाद अब आपके दिमाग में विचार आने शुरू होंगे विचार कुछ इस प्रकार आएंगे तुम क्यों पढ़ रहे हो पढ़कर के क्या होगा थोड़ा सा उठ लो आपके जितने भी छूटे हुए काम होंगे वह काम तुरंत आपको याद आने लगेंगे या आप अपने जीवन में कुछ करना चाहते होंगे तो वह ख्याल आपके दिमाग में आने लगेगा पढ़ाई को छोड़ो और उस काम को करो जैसे तमाम विचार आपके दिमाग में आने शुरू हो जाएंगे यह विचार धीरे-धीरे आते रहेंगे जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा।
जैसे-जैसे विचार आते जाएंगे समय के अनुसार विचार बदलते रहते हैं जब आप 1 घंटे से ऊपर पढ़ाई में बैठे रहते हैं बिना उठे तब उसके बाद मन आपको शरीर में दर्द देना प्यास लगना जरूरी काम याद आना मोबाइल में कुछ जरूरी काम छूटा हुआ याद आना जैसे विचार आने शुरू हो जाएंगे जब 1 घंटे से अधिक समय होगा अर्थात डेढ़ घंटे का समय जब होगा तब आपका मन केवल आपको पढ़ाई से उठाने का पूरा जोर लगाएगी इस प्रक्रिया में 100 में से 99% बच्चे को उठ ही जाना है क्योंकि इस क्रिया के दौरान यह सबसे अंतिम पड़ाव होता है जिसमें मन को कंट्रोल करने की अंतिम सीढ़ी होती है इसमें सब लोग टिक नहीं सकते इसमें आपको विशेष ध्यान देना चाहिए।
बार-बार प्रयास करते रहे
जब आप पढ़ाई कर रहे होंगे तब आप पढ़ रहे होंगे कुछ और दिमाग में विचार कुछ और ही चलते रहे होंगे लेकिन आपको उस विचार से मन को हटाकर फिर पढ़ाई में मन को लगाना है जब आप फिर पढ़ने लगेंगे तब फिर आपको पता भी नहीं चलेगा की आप विचारो के चारों में खो जाएंगे फिर कुछ देर बाद आपको पता चलेगा कि मैं विचारों में हूं तो फिर आपको वहां से मन को हटाकर फिर पढ़ाई में मन को लगाना है ऐसा आपके साथ एक से दो घंटे तक लगातार होने वाला है।
मन को जितने अर्थात मन को हराने का बस यही एक तरीका है कि बार-बार प्रयास किया जाए बार-बार प्रयास करें आपकी बार-बार प्रयास करने से मन धीरे-धीरे हारने लगेगा जब मन हारने वाला होगा तब वह पूरा प्रयास करेगा कि आप पढ़ाई से उठ जाएं और मोबाइल चलाने लगे पढ़ाई को छोड़कर कोई भी काम करने लगे आपको बस मन किसी प्रकार उठाने के लिए बस पूरा जोर लगाएगा लेकिन आपकी बार-बार प्रयास के कारण मन एक ऐसी अवस्था में जाएगा जहां पर एक विचार आने सब बंद हो जाएंगे और आपको पढ़ाई करने में अच्छा लगने लगेगा और आप जो कुछ पढ़ रहे होंगे वह सरल आपको लगने लगेगा ऐसा लगेगा कि आपको या तो बच्चों का खेल है पढ़ाई तो कुछ है ही नहीं
पढ़ाई में मन लगने के बाद
जब पढ़ाई में मन लग जाएगा अर्थात मन कंट्रोल में आ जाएगा तब दिमाग में विचार आने पूरी तरह बंद हो जाएंगे अब विचार केवल वही आएंगे जो उस किताब में लिखा गया है जो आप पढ़ रहे होंगे उसके सिवाय किसी भी प्रकार का विचार आपके दिमाग में नहीं आएगा और आपको ऐसा लगेगा कि मैं इस किताब को कुछ ही दिनों में पढ़ लूंगा ऐसे ऐसे अब विचार आपको दिमाग में आने शुरू होंगे तब आप समझ जाइए कि आपका मन आपके कंट्रोल में आ गया है। और आप जो भी कुछ पढ़ेंगे तब आपको याद रहेगा इस समय का पढ़ा हुआ आपके जीवन भर याद रहेगा। इसे आप जीवन में कभी भी भूल नहीं सकते क्योंकि इस स्थिति में पढ़ा गया सीधा मन आपके सब subconscious mind में डालता चला जाता है क्योंकि इस स्थिति में जाने के बाद बाहर की आवाज सुनाई देना बंद हो जाती है
आपको समय का कुछ पता नहीं रहता है कि आप कितने घंटे तक पढ़ रहे हो आपको पढ़ने पढ़ने सुबह से शाम हो सकती है जब मन आपका पढ़ाई में लग जाएगा तब आपको पढ़ाई करने में आनंद की अनुभूति होगी आपको पढ़ने में अच्छा लगेगा महसूस होगा अब आपका पूरा जीवन पढ़ाई की ओर केंद्रित होने लगेगा तब आप समझ जाइए कि आपका मन आपके कंट्रोल में आ गया है और आप मन पर विजय प्राप्त कर चुके हैं
Conclusion
आपने पढ़ा कि कैसे पढ़ा हुआ हमेशा याद रहेगा हमने यह जानकारी भागवत गीता के अनुसार लिया है ।सबसे पहले हमने गीता के बताए गए अनुसार खुद पर प्रयोग किया उसमें जो हमारा अनुभव रहा है। उसके अनुसार यह जानकारी हमने आपके पास पहुंचाई है। अगर हम सीधा भागवत गीता के अनुसार आपको जानकारी या वह तरीका बताते तो आप कुछ समझ नहीं पाते इसी कारण हमने शुरू से लेकर अंत तक के सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद हमने यह जानकारी आपको दिया है। देखिए आप चाहे पढ़ाई कर रहे हो या कोई बिजनेस हर क्षेत्र में यही तरीका काम में आता है।
भगवत गीता में लिखा गया है की मन को कंट्रोल करने के लिए एक काम को करें और उसे काम को करने के लिए बार-बार प्रयास करते रहे ऐसा करते रहने से मन एक न एक बार आपके कंट्रोल में आ ही जाएगा यही भागवत गीता में लिखा गया है यही हमने अनुसरण करके देखा भी है। जिसे हमें जो लाभ प्राप्त हुआ है। उसकी कल्पना करना मुश्किल है ऐसे ही किसी भी पढ़ाई से जुड़ी या आपके जीवन से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्या हो तो आप हमें अपनी समस्या बताने का कष्ट करें और हम आपकी समस्याओं का उत्तर देने का प्रयास करेंगे।